हरियाणा में अब पांच लाख विद्यार्थियों को मिलेंगे टैब
हरियाणा में अब पांच लाख विद्यार्थियों को मिलेंगे टैब
पहले चरण में दसवीं से 12वीं तक के विद्यार्थियों को मिलेगा लाभ
सरकार ने आठवीं, नौवीं के विद्यार्थियों को किया योजना से बाहर
चंडीगढ़। हरियाणा सरकार की घोषणा के अनुसार टैब का इंतजार कर रहे लाखों विद्यार्थियों को धक्का लगा है। सरकार ने योजना में बदलाव करते हुए आठवीं तथा नौवीं के विद्यार्थियों को इस योजना से बाहर कर दिया गया है। अब सरकार दसवीं से 12वीं कक्षा के विद्यार्थियों को ही टैब देगी।
हरियाणा विधानसभा में बजट सत्र के दौरान विधायक वरूण चौधरी ने यह मुद्दा उठाया तो शिक्षा मंत्री कंवर पाल ने टैब दिए जाने पर सरकार की योजना को स्पष्ट करते हुए बताया कि सरकार ने समय के अनुसार इसमें बदलाव किया है।
वरुण चौधरी ने कहा कि सरकार अपनी ही घोषणाओं को समय से पूरा नहीं कर पा रही है। इस दौरान लड़कियों के कालेज खोलने में देरी का आरोप लगाते हुए कांग्रेस विधायक मोहम्मद इलियास ने सदन में कड़ी नाराजगी जाहिर की। उन्होंने आरोप लगाया कि मेवात के साथ हर लिहाज से उपेक्षापूर्ण व्यवहार किया जा रहा है।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि राज्य सरकार अब मैपिंग के आधार पर कालेज बनाने का सिस्टम तैयार कर रही है। उन्होंने स्वीकार किया कि राज्य सरकार पहले चरण में आठवीं और नौवीं के बच्चों को टैब उपलब्ध नहीं करा रही है। उन्होंने कहा कि पहले हम 10 से 12वीं तक के बच्चों को टैब उपलब्ध करा दें। इसका टेंडर जारी हो चुका है। सरकार डाटा के साथ बढिय़ा कंपनी के टैब बच्चों को देगी।
शिक्षा मंत्री ने कहा कि पहले इस योजना में आठ लाख बच्चों को कवर किया जाना था लेकिन पांच लाख से अधिक विद्यार्थियों को इसका लाभ मिलेगा। वरुण चौधरी ने सरकार से जवाब मांगा कि टैब देने में इतनी देरी क्यों की गई है, जिसके जवाब में शिक्षा मंत्री ने कहा कि कोरोना ने सारे काम की रफ्तार धीमी कर दी। बच्चों को टैब देने के काम पर सरकार के साढ़े छह सौ करोड़ रुपये खर्च होंगे। पहले हमारा विचार था कि आठवीं से 12वीं तक के सभी बच्चों को एक साथ टैब दे दिए जाएं, लेकिन इसे दो चरणों में देने पर सहमति बन चुकी है।